संघर्ष व चुनौती से तीक्ष्ण होती है बुद्धि
जो इंसान जितने ज्यादा संघर्ष से गुजरता है, जितने ज्यादा चुनौतियों का सामना करता है, उसकी बुद्धि उतनी ज्यादा तीक्ष्ण होती जाती है । उसके कार्य कौशल में गुणात्मक वृद्धि होती जाती है । इसका कारण है कि संघर्ष और चुनौतियों के आने पर, इंसान उससे निकलने के लिए हाथ - पैर मारता है । दिमाग का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करता है और यह प्राकृतिक नियम (Law of nature) है कि दिमाग का जितना ज्यादा उपयोग किया जाता है, बुद्धि उतनी ज्यादा तीक्ष्ण व प्रखर होती जाती है ।
संघर्ष और चुनौतियां तो आएंगी लेकिन इनसे घबड़ाने की बजाय, इनका मुकाबला करें । आप जितना ज्यादा मजबूती एवं दृढ इच्छा शक्ति से इनका मुकाबला करेंगे, उतना ही ज्यादा आसान होगा इनसे पार पाना-
"संघर्षो से मुख मत मोड़ो, संघर्षो से खुद को जोड़ो ।
बिन मेहनत पुष्प नहीं खिलते, बिन बत्ती दीप नहीं जलते ।।"
"घर्षण से आग निकलती है, तब उससे दीपक जलता है ।
फिर वही प्रज्जवलित दीपक, दुनियां को रोशन करता है ।।"
संघर्ष के ये कुछ उदाहरण हैं । हर संघर्ष कुछ न कुछ सिखा कर जाता है । हर संघर्ष से गुजरने के बाद इंसान में न सिर्फ निखार आता है बल्कि उसका चौमुखी विकास होता है, इंसान अगले मुकाबले के लिए दूने जोश के साथ तैयार हो जाता है और आने वाली समस्याओं को आसानी से झेल जाता है, उन पर काबू पा लेता है । उसके अंदर समस्याओं से लड़ने और निपटने का माद्दा पैदा हो जाता है और इस प्रकार जो सफलता मिलती है, वह ज्यादा टिकाऊ होती है ।
यदि आप निडर बनते हैं तो आप भी उसी प्रकार जीतते चले जाते हैं जिस प्रकार श्री रामचंद्रजी एक - एक कर अपने सभी शत्रुओं पर विजय पाते चले गए थे । आप जब भी असफल हों, तो यह याद रखें की -
"आज आप असफल हो गए हैं तो क्या हुआ, कल के सुबह की पहली किरण के साथ आप चमक उठोगे । आज आपके जीवन में अन्धेरा हैं तो क्या हुआ, कल की सुबह आपके जीवन में उजाला लेकर आएगी । आज आप जीवन की अनंत गहराइयों में खो गए हैं तो क्या हुआ, कल की पहली किरण के साथ आप दमक उठोगे । आज आप पराजित हो गए हो तो क्या हुआ, कल का उजाला आपके जीवन को रोशनी से भर देगा । आज लोग आपसे मुख मोड़ रहे हैं तो क्या हुआ, कल की सफलता पुनः लोगों को आपसे जोड़ देगी । आज आपके जीवन में सब कुछ बुरा हो रहा हैं तो क्या हुआ, कल का सुहाना सफर आपका इंतजार कर रहा है ।"
इसलिए निराश मत होइए, आशा का दामन मत छोड़िये, सफलता के लिए प्रयास कम मत कीजिये ।
VISIT OFFICIAL WEBSITE: dineshkumarsingh.in
Comments
Post a Comment