संघर्ष व चुनौती से तीक्ष्ण होती है बुद्धि जो इंसान जितने ज्यादा संघर्ष से गुजरता है, जितने ज्यादा चुनौतियों का सामना करता है, उसकी बुद्धि उतनी ज्यादा तीक्ष्ण होती जाती है । उसके कार्य कौशल में गुणात्मक वृद्धि होती जाती है । इसका कारण है कि संघर्ष और चुनौतियों के आने पर, इंसान उससे निकलने के लिए हाथ - पैर मारता है । दिमाग का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करता है और यह प्राकृतिक नियम (Law of nature) है कि दिमाग का जितना ज्यादा उपयोग किया जाता है, बुद्धि उतनी ज्यादा तीक्ष्ण व प्रखर होती जाती है । संघर्ष और चुनौतियां तो आएंगी लेकिन इनसे घबड़ाने की बजाय, इनका मुकाबला करें । आप जितना ज्यादा मजबूती एवं दृढ इच्छा शक्ति से इनका मुकाबला करेंगे, उतना ही ज्यादा आसान होगा इनसे पार पाना - " संघर्षो से मुख मत मोड़ो , संघर्षो से खुद को जोड़ो । बिन मेहनत पुष्प नहीं खिलते, बिन बत्ती दीप नहीं जलते ।। " " घर्षण...